अफगानिस्तान में अपने डॉग ऑफिसर छोड़ आया US:ट्रम्प का आरोप- वहां चीन के डर से अमेरिका ने सरेंडर किया, रात के अंधेरे में भागे सैनिक
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेसिडेंट जो बाइडेन की एडमिनिस्ट्रेशन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ट्रम्प के मुताबिक- 2021 में जब अमेरिका ने अफगानिस्तान छोड़ा तो वो अपने आर्मी डॉग यूनिट वहीं छोड़ आया। हम चीन के डर की वजह से अफगानिस्तान से भागे और यह काम रात के अंधेरे में किया गया।
ट्रम्प का यह बयान अमेरिका में वायरल हो रहा है। लोग इससे बेहद हैरान हैं, क्योंकि अमेरिकी अपने कुत्तों से बहुत प्यार करते हैं। अमेरिकी आर्मी के पास एक नहीं बल्कि हर विंग में डॉग ऑफिसर स्क्वॉड होती है।
हैरान हैं अमेरिकी
- ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज के एंकर टकर कार्लसन को एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कुछ अहम बातें कहीं। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा दो साल पहले अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज की वापसी की हो रही है।
- ट्रम्प ने कहा- हम अपनी हर चीज अफगानिस्तान में छोड़कर आ गए। रात के अंधेरे में वो देश छोड़ना पड़ा। वहां की लाइट्स तक बंद नहीं की गईं। अपने आर्मी डॉग्स तक वहां छोड़ दिए।
- ट्रम्प का यह खुलासा इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि अमेरिका को मोस्ट डॉग लविंग नेशन कहा जाता है। दूसरी तरफ, अफगानिस्तान है। वहां लोग कुत्तों को ज्यादा पसंद नहीं करते। लिहाजा, प्रेसिडेंट की सरकार पर ट्रम्प का यह हमला बहुत गंभीर माना जा रहा है।
- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा- अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज के आखिरी 18 महीने ठीक थे। इस दौरान वहां कोई अमेरिकी सैनिक नहीं मारा गया। इसके बावजूद हमने एटमी ताकत चीन के सामने सरेंडर कर दिया।
85 अरब डॉलर का सीधा नुकसान
ट्रम्प ने कहा- अमेरिका ने वहां सरेंडर नहीं तो और क्या किया। पहले सैनिक वहां से निकले। इसके साथ ही उन्होंने 85 अरब डॉलर के इक्युपमेंट बगराम मिलिट्री बेस में लावारिस छोड़ दिए। यहां से अगर 1 घंटे का सफर करें तो उस जगह पहुंच सकते हैं, जहां चीन न्यूक्लियर वेपन्स बनाता है। बगराम दुनिया का सबसे बड़ा एयरबेस है। वहां का रनवे ही 10 हजार फीट लंबा है। मेरे दौर में मैंने कभी इसे छोड़ना नहीं चाहा, क्योंकि वहां से चीन पर सीधी नजर रखी जा सकती थी। मेरा टारगेट अफगानिस्तान था, चीन नहीं।
ट्रम्प का यह बयान इसलिए अहम है, क्योंकि कुछ दिन पहले ही बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा था कि अफगानिस्तान से इसलिए निकलना पड़ा, क्योंकि पिछली सरकार (ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन) ने हालात ठीक से नहीं संभाले।